Leela - ¼yhyk½
Shri Krishna Bal Leela
¼Jh d`’.k cky yhyk½
श्री कृष्ण बाल लीला
कान्हा को नंद बाबा अपने हाथों से खिला रहे हैं खाना
आज कान्हा अपने धीरे धीरे कदम बढ़ाते चल रहे हैं गोकुल की गलियों में. उन्हें देख गोपियां निहार रही हैं.अपने बाल लीला से सभी गोकुल वासियों का मन मोह लिया है कान्हा ने. नंद बाबा और यशोदा, कान्हा को अपने हाथों से खाना खिला रहे हैं. सुबह होते ही गोपियां और कान्हा के सखा उनकी प्रतीक्षा कर रहे हैं.
कान्हा रोज़ कहीं न कहीं से माखन चोरी कर के अपने सखा को खिलाते हैं. गोकुल के सभी लोग कान्हा की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि वो कब आएंगे और उनके घर से माखन चोरी करके जाएंगे. किसी ने अपने घर के द्वार खुले रखे हैं तो कोई अपने हाथ में माखन के कटोरे लिए उनका इंतज़ार कर रहा है .